हम अकेले ही चले थे, जानिबे-ए-मंजिल
आप लोग साथ आते गए, WTF बनता गया
दिनांक 22 अक्टूबर 2016 को रसियन सेंटर आफ़ साइंस एंड कल्चर, 24 फ़िरोज़ शाह रोड, नई दिल्ली में धोबी समाज के गणमान्य लोगों का गेट टूगेदर कार्यक्रम का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न जगहों पर सेवारत गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया, जिसमे सभी ने एक दुसरे से अपना-अपना संछिप्त परिचय साँझा किये तथा सभी ने समाज में व्याप्त समस्याओं को दूर कर समाज के लोगों का हर संभव मदद करने का संकल्प लिए |
जे०एन०यू० के प्रोफ़ेसर श्री विवेक कुमार अपने व्यक्तव्य में कहे कि हमारा समाज पढ़-लिख कर आगे तो बढ़ रहा है, परन्तु संगठित न होने की वजह से बिखरा हुआ है, समाज को संगठित होने की जरुरत है | हम सभी को संकल्प लेना होगा की अन्य समाज के लोगो की तरह ही किसी भी क्षेत्र, प्रदेश, जिले की अपने समाज के व्यक्ति की मदद तत्परता से करें जिससे अपने समाज को मजबूत किया जा सके |
कार्यक्रम में आये हुए परिवार के सभी सदस्यों ने बहुत तारीफ की कि पहली बार ऐसा सफल कार्यक्रम आयोजित किया गया है वास्तव में अपने आप में अनोखा है | सभी ने निवेदन किया की इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होते रहना चाहिए जिससे की समाज के लोग एक साथ होकर अपने समाज को मजबूती प्रदान किया जा सके |

होकर मायूस न यूं, शाम की तरह ढलते रहिये
जिंदगी एक भोर है, सूरज की तरह निकलते रहिये
ठहरोगे एक पाँव तो, थक जाओगे
धीरे-धीरे ही सही, मगर एक दुसरे से मिलते रहिये
हंसते रहिये, हंसते रहिये
एक दुसरे को गले लगाकर, मधुर रिश्ते बनाते रहिये ||


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